एक दिन कंजूस आदमी ने मोहले के एक भिखारी को घर बुलाया पेट भर खाना खिलाया
भिखारी - क्या बात है आज तो आपने दिल खोल कर खाना खिलाया
कंजूस आदमी - कल हमारे घर एक महात्मा आये थे उन्होंने कहा की खाना कभी बर्बाद नहीं करना चाहिए, बच जाये भूखे को खिलदो
भिखारी - मतलब खाना बच गया था
कंजूस आदमी - नहीं जी वो तो कुत्ते ने मुंह डाल दिया था पतीले में
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